
जन्म 15 अक्टूबर, 1931, धनुषकोणी गांव, रामेश्वरम् (तमिलनाडु)
पूरा नाम - अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम
पिता का नाम- जैनुलाब्दीन |
मृत्यु- 27 जुलाई, 2015, सिलांग (गुहावटी) ।
शिक्षा-अन्तरिक्ष विज्ञान में स्नातक।
राष्ट्रपति का समय काल-सन् 2002 से सन् 2007 तक।
प्रमुख खोज-अग्नि प्रक्षेपास्त्र, परमाणु बम। प्रमुख पुस्तक- इण्डिया-2020 ए विज़न फॉर द न्यू मिलेनियम, माई जर्नी, विंग्स ऑफ फायर, इग्नॉटिड माइन्स आदि।
अब्दुल कलाम का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। इनके पिता बहुत ही पड़े लिखे नहीं थे। अब्दुल कलाम की आरम्भिक शिक्षा जारी रखने के लिये उन्होंने अखबार वितरण का कार्य किया तथा सन् 1958 में मद्रास इन्स्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलोजी में उन्होंने अन्तरिक्ष • विज्ञान में स्नातक की उपाधि ली । सन् 1962 में वे भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान (इसरो) से जुड़े इसमें उन्होंने भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह एस. एल. बी. तृतीय बनाया। सन् 1980 में उन्होंने रोहणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित किया। तथा यह भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी रहे। अग्नि मिसाइल और पृथ्वी मिसाइल का सफल परीक्षण का श्रेय उन्हें काफी मिला तथा सन् 1998 में पोखरण में अपना दूसरा परमाणु परीक्षण किया।
डॉ. अब्दुल कलाम भारत के 11 वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। सन् 1925 जुलाई, 2002 को उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ ली। तथा वे व्यक्तिगत जिन्दगी में वेहद अनुशासनप्रिय व शाकाहारी थे। इनकी अपनी जीवनी "विंग्स ऑफ फायर' में भारतीय युवाओं को मार्ग दर्शन करने का अन्दाज मिला। तथा इनकी दूसरी पुस्तक "गाइडिंग सोल्स" में आत्मिक विचारों को दर्शाया गया है।
अब्दुल कलाम ने यह भी कहा कि मैं बहुत गर्वोक्ति पूर्वक तो नहीं कह सकता कि मेरा जीवन किसी के लिये आदर्श बन सकता है। लेकिन जिस तरह मेरी नियति ने आकार ग्रहण किया। उससे ऐसे गरीब बच्चों को शान्त्वना अवश्य मिलेगी जो छोटी सी जगह पर सुविधाहीन सामाजिक दशाओं में रह रहा हो।
सन् 27 जुलाई, 2015 की शाम अब्दुल कलाम भारतीय प्रबन्धन संस्थान सिलांग में "रहने योग्य गृह" पर एक व्याख्यान दे रहे थे तभी उनको एक जोरदार कार्डियक अटैक पड़ा और वह जमीन पर गिर पड़े और उसी दौरान उनकी मृत्यु हो गयी।
अब्दुल कलाम के प्रमुख विचार
1. अपने मिशन में कामयाब होने के लिये आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्रचित होना पड़ेगा।
2. शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वह माउण्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का ।
3. Dream is not what you see in sleep, is the thing which does not let you sleep.